शिवपाल यादव सीतापुर जेल में निरूद्ध आजम खान से करीब एक घंटे 20 मिनट की मुलाकात के बाद बाहर निकले.
इस मौके पर शिवपाल यादव ने अखिलेश यादव के साथ पहली बार सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव पर भी हमला बोला है.
उन्होंने कहा कि नेताजी और अखिलेश यादव चाहते तो आजम खान जेल से बाहर होते.
नेताजी ने कुछ नहीं किया. लोकसभा में भी मामला नहीं डठाया. वह चाहते तो धरना कर सकते थे.
शिवपाल यादव ने साफ कहा है कि आजम साहब बड़े नेता है, उनकी पीड़ा को समझा जा सकता है. वह मुख्यमंत्री से मिलकर पीड़ा साझा करेंगे.
शिवपाल ने इस मुलाकात के साथ ही भविष्य में नए राजनीतिक समीकरणों की कड़ी जोड़ने की कवायद शुरू कर दी है.
सपा के अन्य मुस्लिम नेताओं की बदले रुख और जयंत चौधरी के आजम खान के परिजनों से मुलाकात के बाद शिवपाल यादव की आजम से मुलाकात काफी अहम है...
शिवपाल : अपडेट...
आजम खान से मिलने के बाद शिवपाल सिंह यादव पहुंचे अपने पार्टी कार्यालय।
अखिलेश यादव व शिवपाल के नए रुख से दोनों की अब राहें जुदा होती नजर आ रही हैं। ऐसा लग रहा है कि सपा नहीं चाहती कि शिवपाल यादव पार्टी में बने रहें और शिवपाल भी यहां से बाहर निकलने की वजह ढूंढ रहे हैं। उनके लिए सबसे मुफीद यही है कि सपा उनको निष्कासित कर दे। शिवपाल खुद पार्टी छोड़ने के मूड में नहीं, उन्होंने खुद ही कह दिया कि सपा चाहे तो उन्हें निकाल दे। सपा यह कदम उठाने से बचना चाहती है। पार्टी से निकाला तो शिवपाल यादव परिवार व समर्थकों के बीच सहानुभूति पाएंगे। साथ ही उनकी सदस्यता खत्म कराना भी खासा मुश्किल होगा। सियासी गलियारों में आजम और शिवपाल की मुलाकात को लेकर तरह-तरह के कयास जाने लगे हैं। एक साथ होने की अटकलें भी तेज हो गई हैं।
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